बैंकॉक/नोम पेन्ह
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध भयानक होता जा रहा है। थाईलैंड की सेना ने अब कंबोडिया के खिलाफ 'ऑपरेशन युथा बोडिन' लॉन्च करने का ऐलान किया है। थाई सेना ने कहा है कि वो 'पवित्र भूमि के लिए युद्ध' शुरू कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड की सेना ने ऑपरेशन लॉन्च करने की घोषणा करते हुए कहा है कि उसका मकसद 'थाई भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को कुचलने' की है। कंबोडिया की सेना पर जबरदस्त हमला करते हुए थाईलैंड की सेना ने 'युथा बोडिन' नाम से जबरदस्त जमीनी और हवाई हमला शुरू कर दिया है। जिसके बाद सीमा पर जारी हिंसक झड़पों के दूसरे दिन थाईलैंड की सरकार ने 4 सीमावर्ती प्रांतों से एक लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अब तक 15 लोगों की मौत की रिपोर्ट दर्ज दी गई है, जिनमें 14 आम नागरिक हैं।
आपको बता दें कि गुरुवार को सुबह सुबह दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक विवादित इलाके में गोलीबारी शुरू होने के साथ युद्ध शुरू हो गई थी। जल्द ही यह झड़प भारी हथियारों और रॉकेट हमलों में तब्दील हो गई। थाई सेना ने बयान में कहा है कि कंबोडियाई सेना ने BM-21 ग्रैड रॉकेट सिस्टम और फील्ड आर्टिलरी का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा थाईलैंड की सेना ने कहा है कि 'स्थिति के मुताबिक उचित कार्रवाई की जा रही है।' जबकि कंबोडिया ने दावा किया कि थाई सैनिकों ने बिना उकसावे के उनके इलाके में घुसपैठ की, जिसके जवाब में उन्होंने 'आत्मरक्षा के अधिकार' के तहत कार्रवाई की है।
थाईलैंड का 'युथा बोडिन' ऑपरेशन कितना खतरनाक?
आपको बता दें कि थाईलैंड की भाषा में 'युथा बोडिन' का मतलब "भूमि की रक्षा के लिए सर्वोच्च युद्ध" होता है। 'युथा' युद्ध का प्रतीक है, जबकि 'बोडिन' पवित्र भूमि को दर्शाता है। थाईलैंड के सैन्य अधिकारियों के मुताबिक यह नाम थाईलैंड की संप्रभुता का उल्लंघन करने की हिम्मत करने वाले किसी भी विरोधी के खिलाफ एक निर्णायक और वैध रणनीतिक प्रतिक्रिया को दर्शाता है। इसके अलावा थाईलैंड की सेना ने अपने अभियान में कहा है कि "थाई भूमि पर अतिक्रमण करने वाले सभी लोगों को कुचल दो, जमीन के लिए, लोगों के लिए, थाई सम्मान के लिए।" थाईलैंड की सेना ने शुक्रवार को उबोन रत्चथानी और सुरिन प्रांतों में झड़पों की सूचना दी है। इसने कहा है कि कंबोडिया ने तोपखाने और रूस के बने रॉकेट सिस्टम का इस्तेमाल किया है। थाई सेना ने एक बयान में कहा है कि "कंबोडियाई बलों ने भारी हथियारों, फील्ड आर्टिलरी और बीएम-21 रॉकेट सिस्टम का उपयोग करके लगातार बमबारी की है।"
रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों के बीच की ये झड़प करीब 209 किलोमीटर के दायरे में हो रही है। जिसमें कम से कम 6 जगहों पर भारी गोलीबारी हो रही है। दोनों देशों के बीच 13 वर्षों में सबसे भीषण लड़ाई तब शुरू हुई, जब थाईलैंड ने बुधवार को नोम पेन्ह स्थित अपने राजदूत को वापस बुला लिया और कंबोडिया के दूत को निष्कासित कर दिया। यह घटना उस घटना के बाद हुई जिसमें एक अन्य थाई सैनिक बारूदी सुरंग हमले में घायल हो गया। बैंकॉक का आरोप है कि कंबोडिया ने ये बारूदी सुरंग बिछाया था। थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथाम वेचायाचाई ने कहा है कि "हम शांति से समाधान चाहते हैं, लेकिन यह एक जानबूझकर उकसावे वाली कार्रवाई है। हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी पड़ी।"
कंबोडिया-थाईलैंड टकराव बना साल का छठा संघर्ष, यूक्रेन से PAK तक दुनिया में अशांति
2025 दुनिया के लिए युद्धों का साल बन गया है. कंबोडिया-थाईलैंड युद्ध इस साल का पांचवां बड़ा संघर्ष है, जो प्रीह विहार और ता मुएन थोम मंदिरों के पास सीमा विवाद से शुरू हुआ. इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान युद्ध, यूक्रेन-रूस, इज़रायल-हमास, सूडान गृहयुद्ध और ईरान-पाकिस्तान तनाव ने दुनिया को हिलाकर रख दिया,
इन युद्धों ने लाखों लोगों की जान ली, इमारतों को मलबे में बदला और हथियारों की बिक्री को आसमान पर पहुंचा दिया. आइए, इन पांच युद्धों की तबाही, मौतें, इमारतों का नुकसान और हथियारों की बिक्री को समझते हैं.
1. भारत-पाकिस्तान युद्ध (2025)
क्या हुआ?
7 मई 2025 को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. ये कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (26 नागरिक मारे गए) के जवाब में थी.
पाकिस्तान ने इसे युद्ध की कार्रवाई बताकर जवाबी हमले शुरू किए, जिसमें ड्रोन, मिसाइल और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल हुआ. 10 मई को युद्धविराम हुआ.
तबाही और मौतें
भारत
मौतें: 16 नागरिक (पुंछ में 5 बच्चे शामिल).
नुकसान: जम्मू, श्रीनगर, पुंछ और राजौरी में गोलाबारी से घर, एक हिंदू मंदिर और बुनियादी ढांचा क्षतिग्रस्त.
विस्थापन: हजारों लोग जम्मू-कश्मीर और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों से भागे.
पाकिस्तान
मौतें: 40 नागरिक (7 महिलाएं, 15 बच्चे) और 11 सैनिक मारे गए. 100+ आतंकी मारे गए.
नुकसान: मुरीदके, बहावलपुर, और 11 एयरबेस (सूरतगढ़, सिरसा, आदि) तबाह.
विस्थापन: लाहौर और सियालकोट में लोग सुरक्षित ठिकानों पर गए.
हथियारों की बिक्री
भारत: राफेल जेट्स, ब्रह्मोस मिसाइल, S-400 डिफेंस सिस्टम और इज़रायल-भारत ड्रोन का इस्तेमाल.
पाकिस्तान: JF-17 जेट्स (चीन), शाहेद-136 ड्रोन (ईरान) और 122 मिमी रॉकेट।
विश्लेषण: इस युद्ध ने $5-10 बिलियन की हथियार खरीद को बढ़ावा दिया, खासकर ड्रोन और मिसाइल सिस्टम की मांग बढ़ी.
2. कंबोडिया-थाईलैंड युद्ध (2025)
क्या हुआ?
24 जुलाई 2025 को थाईलैंड ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर F-16 जेट्स से हवाई हमले किए, क्योंकि कंबोडिया ने ड्रोन और रॉकेट से हमला किया था. ये विवाद प्रीह विहार और ता मुएन थोम मंदिरों के सीमा क्षेत्र को लेकर था.
तबाही और मौतें
थाईलैंड
मौतें: 14 लोग मारे गए (13 नागरिक, 1 सैनिक), 46 घायल.
नुकसान: सिसाकेट और सुरिन में गैस स्टेशन, अस्पताल और प्रीह विहार मंदिर को नुकसान.
विस्थापन: 40,000-1,00,000 लोग विस्थापित.
कंबोडिया
मौतें: 20 लोग मारे गए, दावे की पुष्टि नहीं.
नुकसान: ओड्डार मीनचे में सैन्य ठिकाने और पगोडा रोड नष्ट.
हथियारों की बिक्री
थाईलैंड: F-16 (अमेरिका) और SAAB ग्रिपेन.
कंबोडिया: BM-21 रॉकेट (चीन/रूस).
विश्लेषण: ड्रोन और रॉकेट सिस्टम की मांग बढ़ी.
3. यूक्रेन-रूस युद्ध (2022-2025)
क्या हुआ?
रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला शुरू किया, जो 2025 तक जारी है. ये युद्ध नाटो विस्तार और ऊर्जा संसाधनों को लेकर है.
तबाही और मौतें
मौतें: 10,000+ नागरिक, 5 लाख सैनिक (रूस: 3.5 लाख, यूक्रेन: 1.5 लाख). 2025 में और बढ़ोतरी.
नुकसान: यूक्रेन के 70% बुनियादी ढांचे (स्कूल, अस्पताल) नष्ट. कीव, खार्किव में हजारों इमारतें गिरीं.
विस्थापन: 1.2 करोड़ लोग विस्थापित, 50 लाख शरणार्थी.
हथियारों की बिक्री
रूस: S-400, T-90 टैंक, कामिकेज ड्रोन.
यूक्रेन: जेवलिन मिसाइल, बायारक्तर ड्रोन, HIMARS.
विश्लेषण: $80 बिलियन से ज्यादा हथियार बिके (2022-2024).
4. इज़रायल-हमास युद्ध (2023-2025)
क्या हुआ?
7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद इज़रायल ने गाजा पर जवाबी हमले शुरू किए. 2025 में मानवीय संकट गहरा गया.
तबाही और मौतें
गाजा: 43,000+ मौतें (70% महिलाएं/बच्चे), 1,00,000+ घायल.
इज़रायल: 1,200 मौतें, 3,000 घायल (2023).
नुकसान: गाजा में 80% इमारतें नष्ट. UNRWA स्कूल, अल-शिफा अस्पताल मलबे में.
विस्थापन: 20 लाख लोग (90% गाजा आबादी) विस्थापित. 50% बच्चे कुपोषित.
हथियारों की बिक्री
इज़रायल: F-35, आयरन डोम.
हमास: रॉकेट, ड्रोन (ईरान).
विश्लेषण: $10 बिलियन से ज्यादा हथियार बिके.
5. सूडान गृहयुद्ध (2023-2025)
क्या हुआ?
रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) और सूडानी सेना के बीच अप्रैल 2023 से गृहयुद्ध.
तबाही और मौतें
मौतें: 20,000+, 33,000 घायल.
नुकसान: खार्तूम, दारफुर में 60% इमारतें नष्ट.
विस्थापन: 1 करोड़ लोग विस्थापित, 2.5 करोड़ भुखमरी का सामना.
हथियारों की बिक्री
RSF: ड्रोन (यूएई, रूस).
सूडानी सेना: टैंक, आर्टिलरी (चीन, मिस्र).
विश्लेषण: $5 बिलियन हथियार बिके.
6. ईरान-पाकिस्तान तनाव (2024-2025)
क्या हुआ?
जनवरी 2024 में ईरान ने जैश अल-अदल आतंकियों पर पाकिस्तान में हमला किया. पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए.
तबाही और मौतें
मौतें: 20 लोग (ज्यादातर आतंकी).
नुकसान: बलूचिस्तान में गांवों और ठिकानों को नुकसान
विस्थापन: हजारों प्रभावित.
हथियारों की बिक्री
ईरान: शाहेद-136 ड्रोन.
पाकिस्तान: JF-17 जेट्स.
विश्लेषण: $2 बिलियन हथियार बिके.
भारत के लिए क्या मायने?
क्षेत्रीय स्थिरता
भारत-पाकिस्तान: युद्ध ने दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ाया. भारत को चाबहार पोर्ट और Act East Policy पर असर पड़ा.
कंबोडिया-थाईलैंड: ASEAN में अस्थिरता भारत की नीतियों को प्रभावित कर सकती है.
हथियारों की दौड़: ड्रोन, AI और मिसाइल की मांग बढ़ी. भारत को तेजस, स्वदेशी ड्रोन और S-400 पर फोकस करना चाहिए.
मानवीय संकट: गाजा और सूडान में भुखमरी भारत के लिए सबक है. भारत को आपदा प्रबंधन मजबूत करना होगा.