बारात लेकर पहुंचा दूल्हा, तभी पहुँच गई पहली पत्नी, लड़की वालों ने दुल्हे और परिजनों को बनाया बंधक

अमरगढ़ में डीजे और आतिशबाजी के धूमधड़ाके के बीच डांस करते बराती द्वारपूजा पर पहुंचे ही थे कि पुलिस के साथ एक युवती के पहुंचते ही सबकुछ ठप हो गया। युवती ने बताया कि शादी करने वाला दूल्हा उसका पति है।

पुलिस ने शादी रोकवाई तो दुल्हन के घर वालों ने दूल्हे, उसके पिता और मामा को बंधक बना लिया। सुबह दूल्हे को मुश्किल से छुड़ाकर पुलिस थाने ले गई। वहां दिन भर पंचायत के बाद दुल्हन के घर वालों को खर्च देने पर समझौता हो गया।
आसपुर देवसरा के दाउदपुर बाजार स्थित एक गांव युवती की शादी कंधई के नरसिंगपुर मनैतापुर निवासी ननकूराम के पुत्र राजा उर्फ राजवर्मा से हो रही थी। रात में द्वारपूजा शुरू होते ही एक युवती यूपी 112 पुलिस के साथ पहुंची। वह दूल्हे को अपना पति बताने लगी और पुलिस ने शादी कर रस्म रोकवा दी। युवती ने बताया कि दूल्हा बना राज वर्मा उससे कोर्ट मैरेज कर चुका है। इसके बाद विवाद होने लगा तो बराती वहां से भाग निकले। दुल्हन के घरवालों ने दूल्हे, उसके पिता ननकूराम और मामा पारस को बंधक बना लिया। वे दूल्हे के पिता से शादी का खर्च मांगने लगे। रात में ही रामगंज चौकी के पुलिसकर्मी पहुंचे और युवती भी वहां बैठी रही।

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बुधवार सुबह एसओ संतोष सिंह पहुंचे और थाने चलकर बातचीत करने को दूल्हे को ले जाने लगे। दुल्हन के घर की महिलाएं इसका विरोध करने लगीं। एक महिला गाड़ी के आगे लेट गई। मुश्किल से पुलिस बंधक बने लोगों को थाने ले गई और दुल्हन पक्ष के लोग भी पहुंच गए। दिन भर पंचायत के बाद दूल्हे के घर वाले रुपये साढ़े तीन लाख रुपये वापस करने पर सहमत हो गए। तीन लाख रुपये के जेवर, बाइक व अन्य सामान वापस किए गए और 50 हजार रुपये जल्द देने का वायदा किया। इसके बाद दोनों पक्ष समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कर अपने घर चले गए।