जब भी शादी के लिए किसी का रिश्ता तय किया जाता है कि तो हर चीजों को देखा जाता है। पढ़ाई-लिखाई सहित परिवारिक पृष्ठभूमि शादी से पहले परखा जाता है। लेकिन कभी-कभी ऐसे मामले आते हैं, जिसमें वर या वधु पक्ष अपनी जानकारियां छिपा देती है। इससे बाद से बखेड़ा हो जाता है।
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया है। यहां पत्नी की मार्कशीट ने दंपती के बीच बवाल करा दिया। अब मामला परामर्श केंद्र तक पहुंच गया है। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के आगरा हरीपर्वत थानाक्षेत्र की रहने वाली एक युवती की शादी 6 महीने पहले दिल्ली के युवक के साथ हुई थी। युवती ने एम.कॉम तक पढ़ाई की है। युवक नोएडा की एक कंपनी में एचआर मैनेजर है। शादी से पहले कुछ जरूरी काम से युवक ने युवती का आधार कार्ड मांगा था। युवती ने ऑनलाइन एप के माध्यम से भेज दिया।
इसके बाद दोनों की शादी हो गई। शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। दो महीने बाद पति ने पत्नी की हाईस्कूल की अंकतालिका देखी। इसमें आधार कार्ड से अलग जन्मतिथि थी। उसने पत्नी से पूछा कि आधार और अंकतालिका में जन्मतिथि अलग-अलग कैसे है।
पत्नी ने कहा कि गलती से हो गई है। पति इस बात से नाराज हो गया। बोला झूठ बोलकर शादी की है। मेरे साथ धोखा हुआ है। बात बढ़ने पर पत्नी मायके में आकर रहने लगी। चार महीने से मायके में रह रही है। पत्नी ने परिवार परामर्श केंद्र में न्याय की गुहार लगाई। दोनों को काउंसलर ने काफी समझाया लेकिन बात नहीं बन पाई।