नगीना लोकसभा सीट से भारी मतों से जीत कर संसद भवन पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने बजट पर अपनी बात रखते हुए चिरपरिचित अदांज में बोलते हुए कहा की यह बजट बहुजनो के लिए उंट के मुंह में जीरा है| उन्होंने अपने 10 मिनट के समय में पूरे देश में बहुजनों और अल्पसंख्यकों की स्थिति बया कर दी| उन्होंने यह भी कहा की अब चंद लोगों के तराजू से देश के संसाधन नहीं बटने चाहिए| उन्होंने संसद भवन के बाहर डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा लगी हुई थी | उसे पुन: लगा दी जाए, वरना जिस दिन अम्बेडकरवादी गुस्सा हो जाएगा तो ऐसा सबक सिखाएगी दोबारा 2027 में यहा नहीं आ पाओगे|
सरकार की गलत नीतियों के कारण गरीब और गरीब हो गया है, जबकि अमीर और अमीर होता जा रहा है| देश की सारी सम्पत्ति को चंद अमीरों के हाथ में दे दिया है| जो संविधान के खिलाफ है| नीतियाँ गरीबों के हित में भी होनी चाहिए| बहुजन समाज के विकास के लिए बजट में केवल 1 प्रतिशत मिला है जो 25 प्रतिशत मिलना चाहिए | क्योकि बहुजन की संख्या 85 प्रतिशत है| पिछले लम्बे समय से हमारे साथ धोखा हो रहा है| अब चंद लोगों के तराजू से देश के संसाधन नहीं बटने चाहिए| इस देश का बहुजन समाज बरदास नहीं करेगा| संसाधन का बटवारा जनसंख्या के आधार पर होगा|
चंद्रशेखर ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा की कर्नाटक में 14,732 करोड़ रुपए और मध्यप्रदेश 95 करोड़ रुपए में SC/ST का पैसा दूसरे बजट में लगा दिया| उन्होंने कहा की मनरेगा में मजदूरी डॉ 700 रुपए होनी चाहिए| सामान काम सामान वेतन पालिसी होनी चाहिए| रसोई गैस भी 500 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए| बेरोजगारों को 5 हजार रुपए भत्ता मिलना चाहिए |
चंद्रशेखर ने यह भी कहा की भले ही इसका श्रय ले ले लेकिन 1 लाख रुपए सालाना बहुजन समाज के अत्यंत गरीब परिवार को दे| इसमें 10 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे, लेकिन इस 1 लाख रुपए योजना से एक गरीब परिवार एक झटके से गरीबी रेखा से ऊपर आएगा| साथ ही उन्हें सम्मानजंक जोवन मिलेगा| प्रश्न इस योजना का पैसा कहा से आएगा तो उन्होंने कहा की जब अमीरों का 16 लाख करोड़ रुपए माफ़ हो सकते हैं| कॉरपरेट टेक्स घटाकर लाखों करोड़ो रुपए का चुना जब सरकारी खजाने को लगाया जा सकता है| पेट्रोल, डीजल के एक्सईज ड्यूटी बढ़ाई जा सकती है तो गरीबों को सरकार पैसा क्यों नहीं दे सकती|
उन्होंने कहा की अब समय आ गया है निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए| SC/ST/OBC को इसका लाभ मिलना चाहिए |साथ ही उन्होंने कहा की बजट में मुसलमानों, जैन, बौद्ध सिख के लिए कुछ दिख नहीं रहा है| उनके कल्याण के लिए कोई योजनाएं नहीं है|