नई दिल्ली
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई से टकराने का एक और फैसला कर लिया है। पाकिस्तान सुपर लीग यानी पीएसएल की भिड़ंत पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल से कराने जा रहा है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब पीएसएल और आईपीएल एक ही समय पर आयोजित होंगे। पीएसएल का 11वां सत्र अगले साल 26 मार्च से तीन मई तक खेला जाएगा और लगातार दूसरी बार यह उसी समय होगा, जब आईपीएल खेला जाता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने न्यूयॉर्क मे पीएसएल रोडशो के दौरान पाकिस्तान सुपर लीग के नए सीजन को लेकर घोषणा की। आईपीएल भी मार्च के आखिरी सप्ताह से शुरू होकर मई के आखिर तक चलता है। नकवी ने कहा कि इस अवधि में पाकिस्तान टीम के किसी भी इंटरनेशनल शेड्यूल में बदलाव किया जायेगा। पाकिस्तान को मार्च अप्रैल में बांग्लादेश में दो टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं। इस साल भारत और श्रीलंका में फरवरी मार्च में टी20 विश्व कप भी होना है, जो कि मार्च के पहले सप्ताह तक चलने वाला है।
जाहिर है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपनी ही टीम के शेड्यूल को अब पीएसएल 2026 की वजह से आगे खिसकाना होगा। मार्च और मई में पीएसएल का आयोजन होगा तो निश्चित तौर पर पाकिस्तान वर्सेस बांग्लादेश सीरीज मई के आखिर में शुरू होगी। हालांकि, बांग्लादेश का शेड्यूल कैसा है? ये भी सोचना होगा, क्योंकि तीनों फॉर्मेट की सीरीज को आगे खिसकना बहुत ज्यादा मुश्किल होगा। हो सकता है कि सीरीज को छोटा किया जाए, क्योंकि बांग्लादेश की टीम को न्यूजीलैंड का दौरा भी करना है। अब देखना ये है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस सीरीज को कैसे समायोजित करता है। हालांकि, एक बाद है कि क्रिकेट फैंस को लगातार मैच देखने को मिलेंगे।
बता दें कि आईपीएल से रिटायर हो चुके या फिर आईपीएल से रिलीज किए गए कई खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग का हिस्सा बनेंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस पर गर्व कर रहा है, लेकिन वहां के पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि इससे पता चलता है कि पीएसएल का स्तर कितना गिर गया है। पीएसएल में नजरअंदाज किए गए विदेशी क्रिकेटर ही खेलने आते हैं।