रोबोटिक्स तरीका फेल हो जाने के बाद टनल के सहारे बाहर निकालने का प्लान बनाया गया है। टनल की राह में एक बड़ी चट्टान आ गई है। हैंड ड्रिलिंग मशीन से चट्टान को तोड़ा काटा जा रहा है। कलेक्टर ने इससे बड़ी मशीन मंगाई है। ज्यादा बड़ी मशीन का उपयोग यहां करने से आसपास कम्पन की संभावना बढ़ जाएगी। जो कि राहुल के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए सूझबूझ और एक्सपर्ट के बीच चर्चा करके ही कोई फैसला लिया जा रहा है।
बच्चे को रेस्क्यू कर बाहर लाने को लेकर प्रशासन तैयारियों में लग गया है। राहुल अभी सो रहा है। सुबह 5 बजे 2 केला और फ्रूटी दिया गया था। उसने केला भी खाया और फ्रूटी भी पी थी। कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने मौके पर ऑक्सीजन, विद्युत व्यवस्था, लाइटिंग, कंप्रेशर मशीन, एक्सपर्ट, मेडिकल स्टाफ के साथ सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। बच्चे को बाहर निकालने को लेकर कागज पर भी प्लान डिजाइन किया गया है। ऑपरेशन स्थल के आसपास के 25 मीटर एरिया को नो गो जोन बनाया जाएगा। ऑपरेशन के लिए केवल अधिकृत लोग ही वहां रहेंगे।
फिलहाल टनल के लिए चिह्नांकन किया जा रहा है। करीब 60 फीट नीचे JCB को उतार कर सुरंग बनाने वाली जगह के आसपास से मिट्टी हटाई जाएगी। बताया गया है कि रेस्क्यू स्टेशन से गहराई की ली गई नाप के अनुसार, 61.5 फीट खुदाई हो चुकी है। 9 मीटर की टनल बनाई जाएगी। टनल के लिए करीब 20 फीट लंबा पाइप तैयार है। काम शुरू होने के बाद उसे नीचे उतारा जाएगा। SECL की इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम भी पहुंची हुई है।
https://johar36garh.com/chhattisgarh-news/the-second-attempt-of-the-robot-stopped-in-the-middle-digging-the-tunnel-came-a-big-stone/