मुंबई में एक भिखारी की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस उसके घर पहुंची थी तो भिखारी के घर में इतने पैसे थे, जिसे देखकर पुलिस के होश ही उड़ गए थे. भिखारी के घर में इतने पैसे थे कि दो दिन तक पुलिस उन पैसे का हिसाब-किताब लगाती रही थी.
मुंबई के वासी राजकीय रेलवे पुलिस को कुछ महीनों पहले एक भिखारी का शव मिला था. इस भिखारी की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. भिखारी बिरादीचंद पन्नारामजी आजाद का शव मानखुर्द और गोवंडी स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक के पास मिला था. इसके बाद जीआरपी ने उसका शव बरामद कर उसके बेटे से संपर्क करने की कोशिश की थी.
पुलिस को जब उनके बेटे से संपर्क नहीं हुआ तो खुद भिखारी के झोपड़ी पहुंच गई थी. वह एक झोपड़ी में रहते थे. जीआरपी की पुलिस के सिपाही जब भिखारी के झोपड़ी में पहुंचे तो उनके होश ही उड़ गए थे. भिखारी के घर से बहुत सारे पैसे मिले थे. भिखारी के पास 8.77 लाख रुपये का फिक्स डिपॉजिट था और उसके बैंक में 96,000 रुपये जमा थे.
सबसे आश्चर्य की बात थी कि उसके घर पर 1.75 लाख रुपये के सिक्के मिले थे. 82 साल के इस भिखारी का परिवार राजस्थान में रहता है. जीआरपी ने भिखारी का शव मिलने के बाद आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया था. वहां के स्थानीय लोगों ने उस भिखारी की पहचान की था. लोगों ने बताया था कि वह हार्बर लाइन पर भीख मांगा करता था.
भिखारी की झोपड़ी में छानबीन करने वाले जीआरपी के एक सब इंस्पेक्टर ने बताया था कि उसकी झोपड़ी से उन्हें चार बड़े डिब्बे और एक गैलन मिला था. इन सबके अंदर एक, दो, पांच और 10 रुपये के सिक्कों को प्लास्टिक की थैलियों के भीतर रखा गया था. सब इंस्पेक्टर ने बताया था कि दो दिनों तक इन सिक्कों को गिनने के बाद हिसाब लग पाया था और भिखारी की झोपड़ी से कुल 1.75 लाख रुपये निकले थे.