जांजगीर जिला के पामगढ़ में कांग्रेस के 2018-23 वाले शासनकाल में कई सारे यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण किया गया था। लेकिन अफसोस की बात है कि आज तक कुछ यात्री प्रतीक्षालय के पास बस रुकी ही नहीं। इसका उपयोग जिस उद्देश्य के साथ किया गया था आज तक पूरा नहीं हो पाया और यह प्रतीक्षालय खंडहरों में तब्दील होता गया| आलम यह है कि यह प्रतीक्षालय अब केवल नाम की रह गई है।
आज हम बात कर रहे हैं पामगढ़ से लगे हुए ग्राम पंचायत कुटराबोड की। यह प्रतीक्षालय ऐसी जगह पर बना रहे हैं जहां पर कभी बस रुकी ही नहीं क्योंकि यह गांव के प्रारंभ में है। गांव से यहां तक आना लोगों के लिए टेढ़ी खीर है।
हम आपको यह भी बताना चाहेंगे कि इस मार्ग पर गिनती की ही बस चलती है। घनी आबादी वाला यह ग्राम लगभग मुख्य मार्ग से 3 किलोमीटर तक सड़क के किनारे किनारे बसा हुआ है। गिनती की बस चलने के कारण उन्हें सड़कों के सामने ही बस रुक जाती है और यात्री घर के सामने ही या चौक चौराहे पर बसों में चढ़ते हैं और उतरते हैं। लाखों खर्च करने के बाद भी यह प्रतीक्षालय किसी काम का नहीं रहा है|
इन प्रतिक्षालयों का उपयोग अक्सर असामाजिक तत्वों द्वारा किया जाता है जिसकी यहां लगने वाले कुर्सियों और रेलिंग इसकी कहानी कह रहे हैं। प्रतीक्षालय बनाने के बाद शासन प्रशासन भी अब इससे मुंह मोड़ ली है जिसकी वजह से यह प्रतीक्षालय औचित्यहीन हो चुका है।
आपको बता दें कि इसे बनाने में लाखों खर्च हुए होंगे जो पैसा गरीब से गरीब व्यक्ति से वसूला गया जीएसटी जैसे टैक्सों से आए पैसों से बनाया गया है।