अफगानिस्तान से भागकर आए तीन शरणार्थी बिलासपुर में गिरफ्तार

 बिलासपुर

रतनपुर पुलिस ने अफगानिस्तान से भागकर आए तीन शरणार्थियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर पुलिसकर्मियों को कार से कुचलने का प्रयास करने का गंभीर आरोप है। बताया जा रहा है कि ये तीनों, जिनमें एक महिला भी शामिल है, पेंड्रा से रतनपुर की ओर जा रहे थे। जब पुलिस ने उनकी कार को रोकने की कोशिश की, तो ड्राइवर ने स्टापर को टक्कर मारते हुए भागने का प्रयास किया, जिससे मौके पर तैनात पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे।

कैसे हुआ घटनाक्रम
रतनपुर थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान ने बताया कि पेंड्रा की ओर से तीन विदेशी नागरिकों के आने की सूचना पर पुलिस टीम ने चेकिंग शुरू की थी। एक संदिग्ध कार को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन ड्राइवर ने रुकने के बजाय कार को स्टापर से टकरा दिया और तेजी से भागने लगा। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार का पीछा किया और आखिरकार उन्हें रोकने में सफल रहे।

See also  पामगढ़ में उधार का पैसा नहीं नहीं देने पर, युवक के चेहरे को ब्लेड से काटा

दिल्ली में रह रहे तीनों अफगानी शरणार्थी
कार की जांच करने पर उसमें तीन अफगानी नागरिक वैसुद्दीन, फयाजुद्दीन, और एक महिला समद्रोवा नजीरा पाए गए। दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि ये तीनों शरणार्थी हैं और दिल्ली में रह रहे हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया और मामले की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी गई। इनके खिलाफ पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया गया है, और जल्द ही इन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।

ड्रायफ्रूट व्यापार की आड़
प्राथमिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये तीनों अफगानी नागरिक दिल्ली में रहते हुए ड्रायफ्रूट का व्यापार कर अपनी आजीविका चला रहे थे। वे देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर ड्रायफ्रूट बेचते थे। हाल ही में वे बिलासपुर के स्वदेशी मेले में व्यापार करने आ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें समय रहते गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस उनके बयानों की जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि वे किस उद्देश्य से बिलासपुर आए थे और उनके इस तरह से भागने की क्या वजह थी।

See also  छत्तीसगढ़-जगदलपुर में एक करोड़ की इनामी महिला नक्सली गिरफ्तार, तीन दशक तक फैलाई दहशत