कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा नेशनल हाईवे 130 पर आज तड़के बड़ा सड़क हादसा हुआ है. इस हादसे में 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि एक दर्जन यात्री घायल हो गए | जिन्हे हॉस्पिटल ले जाया गया है| घटना तड़के सुबह 4 बजे की घटना बताई जा रही है.
रायपुर से सीतापुर जा रही तेज रफ्तार मेट्रो बस CG 04 MM3195 मड़ई के पास खड़े ट्रेलर से टकरा गई जिसमें एक बच्चे सहित 7 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 4 पुरुष, 2 महिला और एक बच्चा है. हादसे में 12 यात्री घायल हुए हैं. जिनमें कुछ यात्री गंभीर घायल है. हाईवे पेट्रोलिंग की टीम मौके पर मौजूद है. संजीवनी 112 एंबुलेंस की सहायता से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. 6 लोगों के शव पोड़ी उपरोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखे गए हैं. मृतकों के कुछ परिजन भी अस्पताल पहुंच गए हैं.
बताया जा रहा है की बस की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसके बाई तरफ के परखच्चे उड़ गए हैं. ट्रेलर से रगड़ाते हुए बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है. कटघोरा से अंबिकापुर तक बनी नेशनल हाईवे 130 पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है. यह सड़क हादसे और मौत के लिए कुख्यात है. भीषण सड़क हादसे के बाद इसकी सूचना आसपास के क्षेत्र में फैल गई. बस में सवार कुछ यात्रियों ने मदद के लिए फोन मिलाया. जिसके बाद सुबह से ही राहत और बचाव कार्य जारी है.
बस को बांगो थाने में लाकर खड़ा किया गया है. जबकि ट्रेलर मौके पर ही मौजूद है. सड़क हादसे में जिनकी मृत्यु हुई है. फिलहाल उनकी पहचान नहीं हो सकी है. पुलिस इसके लिए प्रयासरत है. जबकि कुछ घायलों और मृतकों के परिजन पोड़ी उपरोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच चुके हैं. खबर है कि घायल और मृतक अंबिकापुर के सीतापुर निवासी है. बीते हफ्ते इसी सड़क पर एक और सवारी बस ठीक इसी अंदाज में ट्रेलर से टकरा गई थी. लेकिन उस हादसे में किसी की मौत नहीं हई थी. सिर्फ 6 लोग घायल हुए थे, रात के अंधेरे में अक्सर भारी-भरकम ट्रकों को सड़क किनारे खड़ा करना दुर्घटना का बड़ा कारण बन रहा है.
सीतापुर हायर सेकेंडरी स्कूल में तैनात शिक्षिका उषा निराला और उनके बच्चे की भी इस हादसे में मौत हो गई है। मौके पर पहुंचे मैनपाट शिक्षक कमलेश सिंह ने बताया कि उषा निराला अपने बच्चे को लेकर रायपुर से सीतापुर की ओर आ रही थी। हादसे में बस के जिस भाग के परखच्चे उड़ गए हैं, शिक्षिका अपने बच्चे के साथ उसी भाग में सो रही थी। दोनों को इस हादसे में गंभीर चोटें आई थीं। जब तक शिक्षिका को अस्पताल ले जाया गया, उसकी मौत हो चुकी थी। जबकि उसके बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल रायपुर से मैनपाट के लिए चलने वाली यह एकमात्र बस थी। इस बस में ज्यादातर यात्री मैनपाट और सीतापुर के रहने वाले थे।