दिल्ली से पानीपत जा रही वंदे भारत ट्रेन से कटकर साइबर कैफे संचालक की मौत के मामले में परिजनों ने जीआरपी में मामला दर्ज करवाया है। इसके बाद शुक्रवार को एफएसएल टीम पहुंची और नमूने एकत्र किए। पुलिस शिकायत में कैफे संचालक की मौत में नया खुलासा हुआ है।
शिकायत में मृतक के परिजनों ने बताया कि भौरा रसूलपुर गांव की मां- बेटी अपने जाल में फंसाकर मृतक से पैसे ऐंठती थी, जब कई बार मृतक पैसे नहीं देने पर पुलिस में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी तक देती थी। जब पैसे देते- देते मृतक तंग आ गया तो उसने परेशान होकर आत्महत्या की। जीआरपी को दी शिकायत में गन्नौर के हरिनगर निवासी जय भगवान ने बताया कि पांची रोड पर जेएमडी साइबर कैफे नाम से उसके बेटे मनजीत ने दुकान खोल कर रखी थी। जिसने गत 15 दिसंबर को रेल के आगे आकर आत्महत्या कर ली थी।पीडि़त पिता ने बताया कि भौरा रसूलपुर गांव की एक लड़की के साथ उसके मृतक बेटे मंजीत का बोल चाल थी। आरोप है कि लड़की उसके बेटे को अपने जाल में फंसाकर पैसे ऐंठती थी।
मां- बेटी ने मंजीत के कमरे पर गत 11 दिसंबर को पहुंचकर उसके बाल पकड़कर खींचे। दोनों आरोपी 3-4 अन्य महिलाओं के साथ बेटे मंजीत की दुकान पर 15 दिसंबर को पहुंची। मंजीत के साथ कहासुनी कर टॉचर्र कर दो लाख रुपए की डिमांड करते हुए न देने पर उसे झूठे मुकदमे में फंसा देंने की धमकी दी। शिकायत में बताया कि वार्ड 1 से पार्षद सचिन ने दुकान पर आकर मंजीत को छुड़वाया उसके बाद मंजीत ने ट्रेन के आगे आकर अपनी जान दे दी। जीआरपी पुलिस चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन से कटकर साइबर कैफे संचालक मंजीत की 15 दिसंबर को मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने 174 की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौप दिया था। मृतक के पिता की शिकायत पर मां- बेटी व अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।