Friday, November 22, 2024
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पाकिस्तान ने Unicef conference में भी की कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश, मिला करारा जवाब

कोलंबो । श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में यूनिसेफ के एक सम्मेलन में पाकिस्तान ने कश्मीर मामले को उठाने की कोशिश की, जिसे भारतीय सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विफल कर दिया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और भाजपा के संजय जायसवाल ने श्रीलंका में आयोजित यूनिसेफ सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के प्रयास को नाकाम कर दिया। इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच तीखी बहस देखने को मिली। बता दें कि इससे पहले मालदीव में दक्षिण एशियाई स्पीकरों के सम्मेलन में भी पाकिस्तान की ओर से कश्मीर मुद्दे के उठाने की कोशिश हुई थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

मुख्य मुद्दे से भटक कर कश्मीर राग छेड़ा
यूनिसेफ द्वारा यह सम्मेलन बाल अधिकार को लेकर कराया गया था। इस दौरान भारत की प्रस्तुति के बाद पाकिस्तानी को इस पर अपना पक्ष रखने को मौका दिया गया। पाकिस्तान इस सम्मेलन के मुख्य मुद्दे से भटक गया और कश्मीर राग छेड़ दिया। पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में पीएमएल-एन के सदस्य मेहनाज अकबर अजीज ने अपनी बात यह कहते हुए शुरुआत की, ‘मैं आज कश्मीर की स्थिति पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा। यहां कर्फ्यू 30 दिनों से जारी है।’

भारत ने दिया करारा जवाब
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को सुनकर, भाजपा के संजय जायसवाल ने आपत्ति जताई और उनसे पूछा, ‘क्या यह मुद्दा यहां बात करने के लिए है?’ इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने एक ऐसे कानून को संशोधित किया है जो उसके संविधान के भीतर था।

बाज नहीं आया पाकिस्तान
इसके बाद भी पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल नहीं माना। अजीज और अन्य दो पाकिस्तानी साथियों उजमा करदार और कंवल शौज़ब ने ‘बाल अधिकारों’ की आड़ में कश्मीर के हालात पर बयान देने की कोशिश की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ‘यह एक ऐसा विषय है जो पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है।’ उन्होंने इस बाद पाकिस्तान पर ईशनिंदा कानून, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार सहित कई मुद्दों को लेकर पलटवार भी किया।

पाकिस्तान को फटकार
इसके बाद सम्मेलन के अध्यक्ष ने मामले में दखल दिया और पाकिस्तान को इसके लिए फटकार लगाई। बाद में इस संबंध में गोगोई की ओर से एक विडियो जारी किया गया। इस विडियो में दिख रहा है कि पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दा उठाए जाने की कोशिश की जा रही है।

पाकिस्तान अपनी समस्याओं पर दे ध्यान
गोगोई ने इसके बाद एक और विडियो जारी किया और कहा कि भारत एक जीवंत और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। पाकिस्तान को अपनी समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। इस पर सत्तापक्ष, विपक्ष और यहां की जनता की आवाज सुनी जाएगी, लेकिन किसी अन्य देश खासकर पाकिस्तान को इस विषय में बोलने का कोई अधिकार नहीं है।’

पाकिस्तान की नाकाम कोशिश
गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान लगातार कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय पटल पर उठाने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान वो यूएन समेत पूरे वैश्विक पटल पर उसे मुंह की खानी पड़ी है। कोलंबो से पहले मालदीव की संसद में भी पाकिस्तान ने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी, लेकिन भारत की ओर से उसे वहां भी करारा जवाब दिया गया।

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