मध्य प्रदेश के आर्थिक राजधानी इंदौर में 1 नवंबर की दोपहर जमकर बवाल हुआ. यहां के छत्रीपुरा थाना इलाका में एक 9 साल की बच्ची पटाखे फोड़ रही थी. आरोप है कि उसके पटाखे फोड़ने से धर्म विशेष के लोगों ने उस पर विवाद शुरू कर दिया. यह विवाद धीरे-धीरे पथराव और आगजनी में तब्दील हो गया. देखते ही देखते पूरे इलाके में तनाव फैल गया. प्रदर्शनकारियों ने करीब एक दर्जन गाड़ियों पर पत्थर फेंककर उसके कांच फोड़ दिए. जबकि, 4 से 5 गाड़ियों को उन्होंने आग के हवाले कर दिया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन, तनाव फैला हुआ है. यहां प्रदर्शनकारी कभी भी उग्र हो सकते हैं.
इस बीच 9 साल की बच्ची के पीड़ित परिवार के आरोप लगाया कि धर्म विशेष के लोगों ने छोटी सी बात पर विवाद किया. उन्होंने घर में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की. उन्होंने घर की गर्भवती बहू के साथ भी अभद्र व्यवहार किया. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों पर मामला दर्ज किया है. इस बलवे में दोनों पक्षों के कई लोगों को गंभीर चोट पहुंची है. बताया जाता है कि यह तनाव मुख्य रूप से छत्रीपुरा थाने के टाटपट्टी बाखल और रविदासपुरा में फैला है.
छावनी में तब्दील हुआ इलाका
गौरतलब है कि, यह घटना जिस जगह हुई वहां से छत्रीपुरा थाना महज डेढ़ सौ मीटर दूर है. जब विवाद होने लगा तो पुलिस थोड़ी देर बाद ही पहुंच गई थी. लेकिन, तब तक भीड़ बेकाबू होने लगी थी. छत्रीपुरा थाने की पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने की स्थिति में नहीं थी. इसके बाद पुलिस ने दूसरे थाने से जवानों को भेजने को कहा. जब स्थिति और बिगड़ती दिखाई दी तो आसपास के चार थानों से पुलिस फोर्स बुलाई गई. यहां हालात इस कदर बेकाबू थे कि लोग पुलिस के सामने ही तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे थे.
एडिश्नल कमिश्रनर ने बच्चों से कहा- जलाओ पटाखे
डीसीपी ऋषिकेश मीना ने कहा कि हुड़दंगियों पर सख्त कार्रवाई होगी. 250 जवान गलियों में लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं. 500 से ज्यादा फोर्स छत्रीपुरा क्षेत्र में मौजूद है. जिस जगह पर हुआ आतिशबाजी को लेकर विवाद हुआ उस एडिशनल कमिश्नर अमित सिंह भी पहुंचे. उन्होंने छोटे बच्चों से कहा कि पटाखे जलाओ. उन्होंने कहा कि सभी रहवासी सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें.