ग्वालियर
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में महाराज श्रीमंत जीवाजी राव सिंधिया का प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन मेरे लिए भावुक है। वहीं वाइस प्रेसिडेंट ने माधव राव सिंधिया को याद किया। साथ ही कहा कि महाराज जीवाजी राव जानते थे कि शिक्षा समानता, जागरूकता लाती है, शिक्षा से ही लोकतंत्र और संविधान है।
रविवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ग्वालियर पहुंचे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनका स्वागत किया। उपराष्ट्रपति एयरपोर्ट से महाराजबाड़ा पहुंचे। जहां उन्होंने जियो साइंस म्यूजियम का लोकार्पण किया। इसके बाद जीवाजी विश्वविद्यालय में महाराज जीवाजी राव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान राज्यपाल मंगूभाई पटेल, सीएम डॉ मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई दिग्गज मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि ग्वालियर में दो अलग-अलग जगह कार्यक्रम हुए। आज जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन और श्रीमंत जीवाजी राव जी की प्रतिमा का अनावरण हुआ है। ग्वालियर के लिए आज ऐतिहासिक दिन है।
माधवराव जी सांसद के माधव थे- जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए सदैव अविस्मरणीय रहेगा। मैंने सिंधिया परिवार की तीन पीढ़ियों की राजनीति को देखा है। मुझे 1989 में राजमाता का आशीर्वाद मिला, जो आज मुझे इस मुकाम पर ले आया है। माधवराव जी सांसद के माधव (कृष्ण) थे। माधवराव ने सभी मंत्रालय में अपने काम से अमित छाप छोड़ी। रेल मंत्रालय में जो काम किया वो सब जानते हैं। उनके काम और आकर्षक को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मुसीबत-दुख के समय माधवराव सबसे पहले फोन करते थे। आज संसद में माधव की ज्योति (ज्योतिरादित्य) को अनुभव कर रहा हूं। दुनियां आज सिंधिया परिवार की सेवा और परंपरा का लोहा मानती है।
शिक्षा से ही लोकतंत्र और संविधान
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज हमने जीवाजी राव जी की मूर्ति का अनावरण किया है। जीवाजी राव ने आजादी के बाद जनता की सेवा, शिक्षा के लिए अविस्मरणीय काम किया। मूर्ति के अनावरण पर आज का दिन मेरे लिए भावुक दिन है। महाराज जीवाजी राव जानते थे कि शिक्षा समानता, जागरूकता लाती है, शिक्षा से ही लोकतंत्र और संविधान है। महाराज में जनता की सेवा के लिए हमेशा ऊर्जा रहती थी।
क्वालिटी एजुकेशन जरूरी- उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनके नक्शे कदम पर चल रहे है। सिंधिया के पास भविष्य के लिए विज़न है, आज भविष्य के लिए ठोस विज़न की जरूरत भी है। आज AI का जमाना है, लेकिन इसमें संस्थाओं को जागरूक रहना जरूरी है, आज क्वालिटी एजुकेशन की जरूरी है, आज चिंता का विषय है। शिक्षा को व्यवसाय की बजाए सेवा के रूप में लेना चाहिए। मैं जीवाजी विश्विद्यालय के छात्रों को इंडियन पार्लियामेंटमेंट में आमंत्रित करता हूं।