नई दिल्ली. दौड़ती-भागती जिंदगी की वजह से कुछ लोग अपनी प्राइवेट जिंदगी मनमुताबिक नहीं जी पाते हैं. ऐसे में उनके पास एंटरटेनमेंट के लिए फिल्म और इंटरनेट ही एक सहारा होता है. जिसकी वजह से उनके अंदर सेक्स को लेकर तमाम फैंटसीज पैदा होती हैं. एक सर्वे में सामने आया है कि इंटरनेट की दुनिया को असल जिंदगी में जीने के लिए कुछ लोग वियाग्रा जैसी दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं. इसके लिए गुपचुप तरीके से डॉक्टरों से सलाह लेना ज्यादा पंसद करते हैं.
इंडिया टुडे सेक्स सर्वे के मुताबिक, 2019 में ये बात सामने आई है कि जयपुर में 87 फीसदी और चंडीगढ़ में 62 फीसदी लोग सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए वियाग्रा जैसी दवाईयों का इस्तेमाल कर रहे हैं.. जयपुर से रिसर्च में शामिल होने वाले लोगों के लिए सेक्स निजी मामला है, जिसे वह जरूरत पड़ने पर सिर्फ डॉक्टरों से ही साझा करते हैं. सर्वे में 28 प्रतिशत लोगों ने इस बात को भी स्वीकार किया कि वे शारीरिक संबंध बनाने के लिए वियग्रा जैसे दवाईयों का सहारा लेते हैं.
सेक्स को लेकर लोगों में आई जागरूकता
वहीं, राजस्थान की सबसे बड़ी चिकित्सा संस्थान एसएमएस मेडिकल कॉलेज व संस्थान के प्रिंसिपल डॉ, सुधीर भंडारी ने वियाग्रा को लेकर अलग प्रतिक्रिया दी है. भंडारी ने कहा कि सेक्स के अब लोग बात करने लगे हैं. जयपुर में महिलाएं भी इस बात को लेकर काफी जागरूक हो गई हैं. उन्होंने कहा कि लोग इस बारे में जानने चाहते हैं कि कैसे अलग-अलग तरह की शारीरिक परेशानियों से उनकी यौनेच्छा पर असर पड़ सकता है और उसका समाधान क्या हो सकता है.
डॉ. भंडारी ने कहा कि ऐसा जरूर नहीं कि लोगों ने फैंटसी के लिए वियाग्रा का सहारा लिया. उन्होंने कई लोगों ने बताया कि डायबिटीस से उनके सेक्स प्रदर्शन पर असर पड़ा है. इससे से छुटकारा पाने के लिए हम उन्हें इससे जुड़ी दवाएं देते हैं. डॉ. भंडारी कहते हैं कि सेक्सुअल डिसफंक्शन या मर्दानगी की कमी किसी भी शख्स के लिए हार्ट की समस्या के लिए खतरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि कुछ लोग डॉक्टरों की सलाह पर ऐसी दवाईयों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इससे साफ पता चलता है कि आधुनिक भारतीयों के लिए सेक्स महत्वपूर्ण है. सर्वे के मुताबिक, लखनऊ के 48 प्रतिशत, गुरुग्राम के 43.7 और चेन्नई में 42 फीसदी लोगों ने माना कि वियाग्रा या इसी तरह की दवाई का इस्तेमाल किया था. चंडीगढ़ के 44.9 प्रतिशत प्रतिभागियों ने बताया कि उन्होंने अपने पार्टनर के साथ धोखा किया था.
इंडिया टुडे के 2019 के सर्वे में अन्य सवाल भी पूछ गए. सर्वे में 33 प्रतिशत लोगों ने माना कि 18 साल से पहले उन्होंने शारीरिक संबंध बना लिए थे. यह भी पता लगा कि भारतीय वर्जिनिटी के मामले में काफी पीछे हैं. सर्वे के मुताबिक, भारत में 53 प्रतिशत लोग अपने पार्टनर की वर्जिनिटी को बहुत गंभीरता से लेते हैं.(news18)