पहले के ज़माने में बच्चों को मासूम माना जाता था. पहले बच्चे सिर्फ अपने माता-पिता और आसपास के लोगों के साथ रहते हुए उनसे चीजें सीखते थे. लेकिन समय के साथ बच्चे टेलीविजन और मोबाइल की लत के शिकार हो गए.
आज के बच्चे मोबाइल ऐसे चलाते हैं जैसे जन्मों से उन्हें इसका ज्ञान था. बड़े भी उन फीचर्स के बारे में नहीं जानते, जिसके बारे में इन बच्चों को नॉलेज होती है. मोबाइल से एक्सपोजर की वजह से बच्चों को कई ऐसी चीजों का ज्ञान हो गया है, जिसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते. इन सब बातों की वजह से बच्चों के अंदर से मासूमियत खत्म सी हो गई है. सोशल मीडिया पर बिहार के समस्तीपुर के एक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे की परीक्षा की कॉपी शेयर की गई. इसे देखकर आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जायेंगे.ये रहे बच्चे के मूल अधिकार
बच्चे के एग्जाम में सवाल आया कि आपके मूल अधिकार कौन से हैं? इस सवाल के जवाब में आदित्य कुमार नाम के बच्चे ने लिखा कि उसके मूल अधिकार में कार्टून देखना, फ्री फायर खेलना, हर दिन किंडर जॉय खाना और पॉकेट खर्च पचास रुपए मिलना शामिल है.
आखिर में किया ऐसा काम
टीचर ने बच्चे की कॉपी चेक करने के दौरान उसे बुलाया. टीचर ने जब उससे इस सवाल के जवाब के बारे में पूछा तो बच्चे ने कॉपी के पीछे देखने को कहा. दरअसल, बच्चे ने कॉपी के पीछे नकली सौ का नोट चिपका रखा था. बच्चे की मासूमियत देख टीचर भी शांत हो गया और उसने बच्चे को पचास में 45 नंबर दे दिए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. हालांकि, आपको बता दें कि इसे मात्र मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है.
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