रायपुर । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों के लिए सुविधाओं में इजाफा हुआ है। यह 960 बिस्तर के साथ प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन गया है। 1200 बिस्तर के साथ डॉ. भीमराव आंबेडकर मेमोरियल हॉस्पिटल पहले स्थान पर है। एम्स प्रबंधन छह माह के भीतर 1300 बिस्तर करने की तैयारी कर रहा है। इसमें 24 डिपार्टमेंट, चाइल्ड ट्रामा यूनिट और 19 ऑपरेशन थिएटर को शामिल किया गया है। यूनानी और सिद्धा मेडिसीन के अलग डिपार्टमेंट खोले गए हैं।
इन विभागों में बढ़ी सुविधा
स्त्री रोग विभाग, सर्जरी, ईएनटी, आर्थो, न्यूरो सर्जरी विभागों में अलग से ऑपरेशन थिएटर की संख्या बढ़ा दी गई है। वार्ड में भी बिस्तरों की संख्या में इजाफा किया गया है। प्रबंधन का कहना है कि इन विभागों में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही थी, इसलिए बेड बढ़ाये गये हैं।
एनआइसीयू और चाइल्स वार्ड में बढ़ी संख्या
नवजात बच्चों के लिए एनआइसीयू खोली गयी है। साथ ही चाइल्ड वार्ड में आठ-आठ सीटें बढ़ाई गई हैं। बच्चों के लिए अलग से ट्रामा सेंटर खोला गया है, जहां आठ बिस्तर हैं।
प्रबंधन के आदेश के कारण बढ़ीं सीटें
एम्स के हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. करण पीपरे ने एक माह पूर्व आदेश जारी किया था कि किसी भी मरीज को हॉस्पिटल से वापस नहीं भेजा जाए। इस कारण सभी विभागों ने बिस्तर बढ़ाने की मांग की थी, जिसे प्रबंधन ने पूरा कर दिया।
मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनको बेहतर सुविधा देने के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। साथ ही नए विभाग खोले जा रहे हैं। इनमें डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है। छह माह के भीतर 1300 बिस्तर करने की तैयारी की जा रही है। – डॉ. करण पीपरे, हॉस्पिटल अधीक्षक, एम्स रायपुर
फैक्ट फाइल
– 24 डिपार्टमेंट
-2800 से 3000 की ओपीडी
-तीन आइसीयू
– चाइल्ड ट्रामा यूनिट
– 19 ऑपरेशन थिएटर
100 बिस्तर से प्रारंभ हुआ था एम्स
सन् 2010 में एम्स 100 बिस्तर के साथ प्रारंभ हुआ था। एक साल बाद तीन सौ बिस्तर किए गए। वर्ष 2018 तक बिस्तरों की संख्या 400 की गई। अब 960 बिस्तर कर दिये गये।