जांजगीर जिला के पामगढ़ में पति पत्नी के मौत के सदमे को बर्दाश्त नहीं करा पाया और उसने भी कीटनाशक का सेवन कर अपनी जान दे दी| दोनों की मौत के बाद गाँव में हडकंप मच गया| गाँव और परिवार वालों को कुछ समझ नहीं आ रहा है| दोनों अपने पीछे 4 माशूम बच्चों को अनाथ कर दिया | मामला पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सिमरिया का है।
मिली जानकारी के अनुसार सेमरिया निवासी शत्रुघन गोड पिता छोटेलाल गोड़ उम्र 40 साल की अपनी पत्नी सावित्रीबाई गोड उम्र 35 साल के साथ शुक्रवार की सुबह किसी बात को लेकर कहां सुनी हुई थी| इसके बाद पति शत्रुघन अपने काम से निकल गया| जब वापस घर आया तो देखा तो उसकी पत्नी अचेत अवस्था में घर में पड़ी हुई थी | उसे लेकर पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे| जहां डॉक्टरों ने उनसे मृत्यु घोषित कर दिया| शाम रात वे पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर घर पहुंचे | रात होने की वजह से उसका अंतिम संस्कार नहीं किया गया था| सुबह अंतिम संस्कार करने की तैयारी थी| रात में शव को घर के बरामदे में रखकर सभी किनारे में थे | जिसमें पति शत्रुघन, पंच बलराम, कन्हैया और उसके माँ और भाई शामिल थे| इसी दौरान रात लगभग 12 बजे के आसपास शत्रुघन घर के अंदर गया और उसने भी कीटनाशक का सेवन कर लिया| इसके बाद वह इधर-उधर टहलता रहा| फिर कुछ दूर जाने के बाद घर के पास ही गिर गया| जिसे देखकर मौजूद सभी लोग उसे उठाए तो देखा कि उसके मुंह से झाग निकल रहा था| उसे तत्काल पामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे| जहां डॉक्टर ने उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया| जिला चिकित्सालय पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया|
यह खबर गाँव में आग की तरह फ़ैल गई | किसी को यकीन नहीं आ रहा था की एक ही दिन में घर पूरी तरह तबाह हो गया| दोनों के 4 छोटे-छोटे बच्चे हैं| जिनका नाम लाला उम्र 11 साल, भूरी 9 साल,बेगवा 7साल और सुमन 3 साल के बच्चे है| जो अब अनाथ हो गए| शनिवार की शाम 4 बजे जांजगीर से पति का शव गाँव पहुंचा | अब दोनों दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाएगा। फिलहाल मौत के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है | पुलिस जांच में छुट्टी हुई है।