लखीमपुर के कस्बे में पुलिस की बर्बरता सामने आई है। शिकायत की अनदेखी करने पर जब महिला रामलीला चौराहे धरने पर बैठ गई तो पुलिस उसे घसीटते हुए कोतवाली ले गई। इस दौरान महिला के चार बच्चे अपनी मां को छुड़ाने के लिए रोते बिलखते रहे, लेकिन पुलिस पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
इस घटना का वीडियो प्रसारित होने पर मोहम्मदी पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आरोपित देवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर कार्रवाई दिखाने भर का काम किया।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम हरिहरपुर के तौफीक की पत्नी सन्नो सुबह अपने चार बच्चों सुबोही छह साल, तौफीक पांच साल, नन्हीं तीन साल व खुशनान एक साल के साथ नगर के रामलीला चौराहे पर धरने पर बैठ गई।
महिला का कहना था कि 15 जनवरी को दोपहर बाद उसका अपने देवर नौशाद व परिवार के अन्य लोगों के साथ विवाद हो गया था। उन लोगों ने उसके साथ काफी मारपीट की और उसके बाल घसीटते हुए सभी लोग अपने घर में ले गए। जहां उसे बंधक बनाकर उसके साथ छेड़छाड़ की घटना भी हुई।
जिसकी उसने तहरीर घटना के दिन कोतवाली पुलिस को दी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर परेशान होकर वह बुधवार को धरने पर बैठ गई। धरने पर बैठने से पुलिस उसको वहां से हटाने गई। प्रसारित वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि महिला को पुरूष दरोगा व अन्य पुलिसकर्मी पीड़िता का हाथ पकड़कर उसे कोतवाली घसीट कर ले जा रहे हैं।
वीडियो प्रसारित होने के साथ पुलिस हरकत में आई और नौशाद को पकड़ कर हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उस पर केवल शांति भंग की कार्रवाई कर इति श्री कर ली। वहीं थाने में बैठी पीड़िता सन्नो सभी के विरुद्ध रिपोर्ट की मांग पर बैठी हुई थी।
इस संबंध में इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि महिला बीच चौराहे पर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रही थी। महिला सिपाही के साथ मिलकर उसे हटाया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
लखीमपुर में पुलिसकर्मियों की अमानवीय हरकत का VIDEO वायरल…बच्चे रोते रहे, पीड़िता गुहार लगाती रही लेकिन खाकीधारी घसीटते हुए महिला को कोतवाली ले गए। pic.twitter.com/wBdzsgXMcA
— Nitesh Srivastava (@nitesh_sriv) January 17, 2024