छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ACC सीमेंट प्लांट शुरू करने के लिए आयोजित जनसुनवाई में गुरुवार को दोपहर जमकर बवाल मच गया। बताया जा रहा है कि जनसुनवाई का विरोध करते हुए स्थानीय ग्रामीण अपनी बातें रख रहे थे। तभी अचानक तीन-चार गाड़ियों में सवार सैकड़ों लोग पहुंचे और जमकर हंगामा मचाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दिया। विवाद और तोड़फोड़ होते देखकर मंच पर मौजूद अफसर कुर्सी छोड़कर भाग गए। वहीं, पुलिस भी तमाशबिन बनी रही। मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, पचपेड़ी क्षेत्र के विद्याडीह टांगर, गोड़ाडीह, लोहर्सी सहित आसपास के आधा दर्जन गांव की जमीन को अधिग्रगहित कर यहां ACC सीमेंट फैक्ट्री स्थापित करने की योजना है। फैक्ट्री लगाने के लिए पर्यावरण प्रदूषण विभाग से अनुमति मिलना बाकी है। इसके लिए ही गुरुवार को लोहर्सी स्कूल में जनसुनवाई होनी थी।
जनसुनवाई सुबह 11 बजे से शुरू होनी थी। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ पहले से ही वहां पहुंच गई थी। जनसुनवाई का विरोध करने वालों के साथ ही समर्थन करने वाले लोग भी वहां मौजूद थे, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। ग्रामीण पक्ष और विपक्ष में अपनी बातें रख रहे थे। तभी अचानक हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान अफसर बारी-बारी से सबको मौका देने की बात कहते रहे। लेकिन, किसी ने उनकी बात नहीं सुनी।
जनसुनवाई में ग्रामीण अपनी बात रख रहे थे, तभी दोपहर करीब 12.30 बजे अचानक 100 से 200 की संख्या में बाहरी लोग पहुंचे और नारेबाजी करते हुए हंगामा मचाने लगे। उन्होंने बेरीकेडिंग को तोड़ दिया और कुसिर्यों में भी तोड़फोड़ करते हुए भीड़ मंच तक पहुंच गई। उनके विरोध और हंगामे को देखते हुए मंच पर बैठे अफसर कुर्सी छोड़कर चले गए। वहीं, भीड़ हंगामा मचाते जनसुनवाई स्थगित करने की मांग करती रही।
तोड़फोड़ और हंगामा करने वाले लोग युवक कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि विरोध करने वाले लोग बाहर से आए थे, जिन्हें कांग्रेस नेताओं ने बुलाया था। उनकी सह पर ही उन्होंने तोड़फोड़ किया है और पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। वहीं, ग्रामीण ऐसा करते तो पुलिस उन पर लाठियां लेकर टूट पड़ती।
जनसुनवाई स्थगित करने की घोषणा हंगामा मचाने वाले लोग जनसुनवाई स्थगित करने की मांग करते रहे। उन्होंने ADM आरए कुरुवंशी को घेर लिया और जनसुनवाई स्थगित करने की अधिकारिक घोषणा पर अड़ गए। उनके विरोध और हंगामे को देखकर ADM कुरुवंशी ने जनसुनवाई स्थगित करने की घोषणा की, तब जाकर लोग शांत हुए