गरियाबंद. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में अवैध क्लीनिकों की भरमार लग गई है. डॉक्टरी की एबीसीडी भी नहीं जानने वाले भी लोगों का इलाज कर रहे हैं. इसका खुलासा बीते 16 अक्टूबर को उस समय हुआ, जब कलेक्टर के निर्देश पर एक टीम ने जिला मुख्यालय में संचालित क्लिनिकों की जांच पड़ताल की. जांच में एक ऐसा डॉक्टर मिला जो बीए (BA) का छात्र होते हुए मोबाइल फोन पर रायपुर के डॉक्टरों से दवाई पूछकर मरीजों का इलाज कर रहा था. जांच टीम की दबिश से वहां हड़कंप मच गया. गरियाबंद प्रशासन की जांच में एक ऐसा 10 बिस्तर का अस्पताल भी मिला, जिसमें ना तो कोई डिग्रीधारी डॉक्टर मौजूद था और ना ही अस्पताल का कोई पंजीयन था. ऐसे ही बिना प्रमाणपत्र के संचालित होने वाला एक पैथोलॉजी लैब भी जांच के दौरान मिला. जांच टीम ने बीते बुधवार को दिनभर जिला मुख्यालय में क्लीनिको की छानबीन की और 5 ऐसे क्लीनिकों को सील किया जो नियम विरुद्ध संचालित हो रहे थे. इसके बाद से अवैध तरीके से क्लीनिक संचालित करने वालों में हड़कंप मच गया. ज्यादातर संचालक फरार जिला प्रशासन की कार्रवाई से दहशत में आए ज्यादातर अवैध क्लीनिक के संचालक फरार हो गए. जांच टीम का नेतृत्वकर्ताओं में एक तहसीलदार कुसुम प्रधान ने बताया कि जांच टीम ने ऐसे क्लीनिक संचालकों को नोटिस जारी कर तलब किया है. जहां मौके पर कमियां मिली हैं, उन्हें सील कर दिया गया है. प्रशासन की ये कार्रवाई जारी रहेगी. अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई करेगा. ये कार्रवाइयां जारी रहेंगी.