Johar36garh News|मौसम बदलने के साथ ही मच्छरों का आतंक भी शुरू हो जाता है। ऐसे में मच्छर भगाने के लिए कितने ही उपाय क्यों न कर लें लेकिन मच्छर काट ही लेते हैं। नींद खराब करने वाले मच्छर कभी-कभी इतने खतरनाक होते हैं कि उनके काटने से एलर्जी तक हो जाती है। खासतौर पर मच्छरों के काटने से कई बार लाल रंग के चकत्ते पड़ जाते हैं। चेहरे पर ये लाल रंग के निशान और भी बेकार लगते हैं। कभी-कभी इन चकत्तों से छुटकारा पाने में 6-7 दिनों से ज्यादा का वक्त लग जाता है। ऐसे में अगर आपके चेहरे पर मच्छरों के काटने के बाद अगर लाल रंग के निशान पड़ जाएं, तो आप कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल करके इनसे छुटकारा पा सकते हैं।
सेब का सिरका
सेब का सिरका स्किन और हेयर के लिए इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही वजन घटाने के लिए भी सेब का सिरका पानी में मिलाकर पिया जाता है। आपके चेहरे पर अगर मच्छर काटने से निशान पड़ जाएं, तो आप तीन चम्मच पानी में आधा चम्मच सेब का सिरका मिलाकर लगा लें। निशान गायब हो जाएंगे।
नींबू का छिलका
अगर मच्छर के काटने से चकत्ते बन गए हैं तो उस जगह पर नींबू का छिलका लगाएं। इससे आपके चकत्ते के निशान गायब हो जाएंगे। खुजली भी नहीं होगी।
प्याज का टुकड़ा
मच्छर के काटने से बनने वाले चकत्ते के निशान पर प्याज का टुकड़ा लगाएं। इससे निशान दूर हो जाएंगे और खुजली भी खत्म हो जाएंगी।
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडे में पानी मिलाकर पहले से ही घोल बना लें। जब भी मच्छर काटें तो काटे वाले स्थान पर लगा लें। इससे चकत्ते के निशान दूर हो जाएंगे और खुजली भी कम हो जाएंगी।
एलोवेरा जेल
आपकी स्किन पर मच्छर काटने की परेशानी को दूर करेगा। साथ ही स्किन पर ठंडकता भी प्रदान करेगा। अगर मच्छर काटने के स्थान से खून निकल रहा है, तो यह उसे भी ठीक कर देगा और स्किन पर जलन और खुजली की परेशानी को दूर करेगा।
मच्छर के काटने पर खुजली क्यों होती है?
ये जानकर शायद आपको हैरानी होगी कि नर मच्छर हमें कभी नहीं काटते हैं। ये काम तो सिर्फ मादा मच्छर ही करती हैं और ऐसा करने का कारण ये है कि मच्छरों को जीने के लिए गर्म खून की जरुरत पड़ती है।
गर्म खून वाले ज्यादातर जानवरों के शरीर पर बाल होते हैं इसलिए उनका खून पीना मच्छर के लिए आसान नहीं हो पाता है जबकि इंसान के शरीर पर बाल इतने घने नहीं होते हैं जिन्हें पार करके मच्छर का डंक त्वचा में ना पहुँच सके इसलिए मच्छर इंसानों के शरीर से खून पीते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें. Johar36garh News इस जानकारी की प्रमाणिकता की जिम्मेदारी नहीं लेता.
आइये, अब जानते हैं मच्छर के काटने से होने वाली खुजली का कारण- मादा मच्छर जब खून पीने के लिए अपना डंक हमारे शरीर में चुभोती है तो त्वचा की ऊपरी हिस्से पर छेद हो जाता है। हमारे शरीर की ये खासियत होती है कि कहीं भी छेद होने पर खून का थक्का तुरंत जम जाता है।
खून का थक्का जमने पर मच्छर के लिए खून पीना संभव नहीं होगा इसलिए मच्छर अपने डंक से ऐसा विशेष रसायन छोड़ते हैं जो खून का थक्का बनने से रोकता है।
ये रसायन हमारी स्किन में पहुंचकर रिएक्शन करता है जिससे डंक मारे गए स्थान पर जलन और खुजली होती है और वो जगह सूजन के कारण लाल हो जाती है।
मच्छर के काटे जाने पर हमारा इम्यून सिस्टम भी मच्छर की लार को निष्क्रिय करने के लिए हिस्टामाइन रसायन स्रावित करता है। इन दोनों रसायनों के रिएक्शन से ही देर तक खुजली रहती है और स्किन पर आयी सूजन मच्छर द्वारा छोड़े गए केमिकल के प्रभाव को कम करने के लिए आवश्यक होती है।