Johar36garh (एजेन्सी)| छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में छात्रावास के बच्चों को अब शौचालय साफ करना पड़ रहा है, यही नहीं उनके पास सोने के लिए बिस्तर तक नहीं है, इन बच्चों को भगवान भरोसे छोड़ अधीक्षक भी अपने घर में रहते है | तमाम अब्यवस्था बीच छात्रावास में ये बच्चे अपनी उज्जवल भविष्य को सवारने में लगे है |
आपको बता दें की बिलासपुर जिला ब्लॉक मस्तूरी के ग्राम पंचायत भट्टचौरा में 1 भवन में 2 अनुसूचित जाति जनजाति बालक छात्रावास संचालित की जा रही है | कहने को दोनों छात्रावास में अलग अलग अधीक्षक नियुक्त है, किन्तु एक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास अधीक्षक आलोक शर्मा जो अचानक ही छात्रावास पहुंचते है | वही दूसरे अनुसूचित जाति बालक छात्रावास अधीक्षक तरुण केसरवानी जो दोपहर 12 बजे के बाद आते है और शाम 4 बजे से पहले बिलासपुर अपने घर चले जाते है| इस बीच छात्रावास में बच्चे भगवान भरोसे ही रहते है | जबकि वर्त्तमान में छात्रावास में 60 बच्चे रह रहे हैं | जो कक्षा 6 से 10 तक के छात्र है |
छात्रावास के बच्चों ने बताया की छात्रावास में रहना तो दूर दोनों ही अधीक्षक रोज छात्रावास भी नहीं पहुंचते है | यही नहीं यहां छात्रों को सोने के लिए बिस्तर भी उपलब्ध नहीं कराया गया है बच्चे फटे पुराने गद्दे पर सोने के लिए मजबूर हैं कुछ एक को नया मच्छरदानी दिया गया है| बाकी सबको पुराना या भगवान भरोसे छोड़ दिया गया | यहां बच्चों को स्वयं बाथरूम व टॉयलेट की साफ सफाई करनी पड़ती है|
बच्चों ने बताया कि साफ सफाई करने वाला महीने में 1 दिन आता है जिसके वजह से हम लोग बारी-बारी से साफ सफाई करते हैं इस छात्रावास में बच्चों के सोने के लिए बेड भी उपलब्ध नहीं है एक बच्चे ने बताया कि उसके सोने के लिए बेड उपलब्ध नहीं है इसलिए वह दूसरे बच्चे के बेड में सोता है|
छात्र कक्षा छठवीं
अधीक्षक तरुण केसरवानी 12:00 बजे आता है और तीन 4:00 बजे घर वापस चले जाता है हमें खाना पीना अच्छे से मिलता है पर अधीक्षक छात्रावास में नहीं रहते और रोज आते भी नहीं है
छात्र कक्षा छठवीं
मेरे पास ना ही बेड है और ना ही कंबल है खाना नाश्ता सब अच्छे से मिलता है अधीक्षक आलोक शर्मा रोज नहीं आते बीच-बीच में आते हैं छात्रावास अधीक्षक नहीं रहते 12:00 बजे आते हैं और तीन 4:00 बजे घर चले जाते हैं
टॉयलेट बाथरूम की साफ-सफाई हम सब छात्र मिलकर करते हैं साफ सफाई करने वाला महीने में एक दिन आता है हम सब मिलकर बारी बारी से साफ सफाई करते हैं
छात्र
टॉयलेट बाथरूम की साफ-सफाई हम सब छात्र मिलकर करते हैं साफ सफाई करने वाला महीने में एक दिन आता है हम सब मिलकर बारी बारी से साफ सफाई करते हैं
नियम यह है कि अधीक्षकों को छात्रावास में रहना है छात्रावास में रहकर ही बच्चों का देखभाल करना है कुछ जरूरी काम रहे तो आना-जाना कर सकते हैं एक टीम बनाता हूं और उसी जांच करवाता हूं जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
सी, एल,जैस्वाल
ए, सी, ट्रेवल बिलासपुर
सन्नी यादव की रिपोर्ट