JOhar36garh (Web Desk)|हरियाणा गुरुग्राम जिले के सरस्वती कुंज इलाके में स्थित झुग्गियों में पत्नी और 4 बच्चों के साथ रहने वाले छाबू मंडल ने बृहस्पतिवार दोपहर अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार मुकेश घरों में पेंटिंग का काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के कारण रोजगार छिन गया था. पिछले तकरीबन एक महीने से काम नहीं था, घर पर पैसा भी खत्म हो गया था. उम्मीद थी कि 14 अप्रैल से लॉकडाउन खुल जाएगा, लेकिन इसके आगे बढ़ने से सारी उम्मीद टूट गई. वहीं, मृतक मुकेश के एक रिश्तेदार ने भी बयान दिया है कि वह कई दिनों से दिमागी रूप से परेशान चल रहा था.
वहीं प्रशासन का दावा है कि जिस इलाके में आत्महत्या की बात सामने आई है, वहां पर भोजना का वितरण किया जा रहा है. पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील का कहना है कि जिस इलाके में मुकेश ने आत्महत्या की, वहां पर रोजाना भोजन का वितरण किया जा रहा है.
मूलरूप से बिहार के मधेपुरा जिले का रहना वाला मुकेश परिवार के लिए राशन कार्ड नहीं बनवा पाया था. इसमें सबसे बड़ी समस्या अन्य प्रदेश का होना था, इसीलिए उसका राशन कार्ड नहीं बन पा रहा था. हालांकि, राशन कार्ड के लिए उसने कई बार आवेदन किया, लेकिन स्थानीय वोटर कार्ड नहीं होने के चलते उसका राशन कार्ड नहीं बन पाया. दूसरे प्रदेश के होने के कारण इस परिवार के पास कोई राशन कार्ड भी नहीं था. जिसके कारण उन्हें राशन भी नहीं मिल रहा था.
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