Johar36garh (Web Desk)| कानपुर के बिकरू गांव में अपराधी जब पुलिस को अपना निशाना बना रहे थे तो सिपाहियों ने उनसे चिल्ला कर कहा था कि हमें मत मारो, तुम बच नहीं पाओगे। इस तथ्य की जानकारी पुलिस मुठभेड़ में ढेर शातिर की बहू ने दी है। वहीं, गिरोह का सरगना विकास दुबे इससे पहले भी पुलिस पर सीधे फायरिंग करने की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। उन मामलों के बारे में भी अधिकारियों द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है।
अपनी जान बचाने के लिए पुलिस के सिपाही इधर उधर घरों में शौचालय में घुसे थे। बदमाश उन्हें घेर-घेर कर मार रहे थे। विकास दुबे के घर के सामने एक शौचालय में सिपाहियों ने घुसकर अपनी जान बचाने की कोशिश भी की। मगर बदमाश छतों से नीचे उतर आए और उन्हें वहां घेर लिया। पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए प्रेम प्रकाश पाण्डेय की बहू सुषमा उर्फ पिंकी पाण्डेय ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि जब गोलियां चल रही थीं तब सिपाही जोर-जोर से चिल्ला रहे थे कि हमें जान से मत मारो, तुम लोग बच नहीं पाओगे। उसके बाद गोलियां चलीं और उन सभी की आवाजें बंद हो गईं।
विकास दुबे और पुलिस के बीच टशन कुछ नई नहीं है। इससे पहले कल्याणपुर में तत्कालीन इंस्पेक्टर हरमोहन सिंह ने कल्याणपुर चौराहा पर विकास दुबे को रोका था। तब उसने गाड़ी में रखी रायफल से इंस्पेक्टर पर सीधे फायर कर दिया था। मगर गोली मिस हो गई थी। जिसके बाद इंस्पेक्टर ने इसे पकड़ लिया था। इसी तरह से इसने घर पर दबिश डालने गई पुलिस टीम पर पहले भी फायर किया था। तब उसकी राइफल दो टुकड़ों में बंट गई थी।
विकास दुबे अत्याधुनिक असलहों का शौकीन है। उसके पास खुद की राइफल और पिस्टलें तो हैं ही साथ ही सेमी ऑटोमेटिक वैपन भी वह तस्करों से लेता है। बिहार के कई बड़े तस्कर उसके सम्पर्क में हैं। जिनसे विकास दुबे और उसके गुर्गे हमेशा से डील करते आए हैं। उससे जुड़े लोगों का कहना है कि उसके पास हथियार बनाने वाले कुछ ऐसे लोग भी है जो फैक्ट्री मेड असलहों की हू बहू नकल उतार कर रख देते हैं।
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे पर 50 रुपए का इनाम घोषित किया है।