Sunday, September 15, 2024
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भाई-दूज मानने अमित जोगी पहुंचे स्वर्गीय योगेश के घर

छत्तीसगढ़ी बहनों की दुर्गति का प्रमुख कारण है शराबखोरी 

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी भाई-दूज मनाने के लिए हर वर्ष की तरह स्वर्गीय योगेश साहू के घर पहुंचे | वहाँ तीनों बहनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना | इससे पूर्व तीनों बहनों ने अमित का आरती से स्वागत कर आशीर्वाद लिया |  अमित को घर पर देखकर तीनों बहनों के चेहरे ख़ुशी से खिले उठे और उन्हें अपने हाथों से बने पकवान भी खिलाएं | अमित जोगी ने स्वर्गीय योगेश साहू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धंजलि दी | 

घर वापसी के बाद अमित जोगी ने कहा की  आज जब मैंने लता को देखा तो मैं चौंक गया, 5 महीने में उसका 30 किलो वजन कम हो चुका है, उसको भूख-प्यास नहीं लगती, पति की बढ़ती प्रताड़ना से व्यथित होकर वो पिछले कुछ दिनों से अपने मायके में ही है। लता- और उसकी जैसी लाखों छत्तीसगढ़ी बहनों और बेटियों की इस दुर्गति का प्रमुख और एकमात्र कारण शराबखोरी है।जोगी ने कहा कीबड़े दुख की बात है कि सरकार तो बदल गई लेकिन उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया। अपने हाथ में पवित्र गंगाजल लेकर छत्तीसगढ़ में शराबबंदी लागू करने की क़सम खाने वाले माननीय मुख्यमंत्री जी ने दस महीने में प्रदेश को शराबमण्डी बना दिया है। अगर हमें वास्तव में लता जैसे हमारी बहनों का जीवन बर्बाद होने से बचाना है, तो भाई दूज के पवित्र दिन फिर से शराबखोरी के ख़िलाफ़ सदन से लेकर सड़क तक, दलगत प्रतिबद्धताओं से ऊपर उठकर, निर्णायक जंग छेड़नी पड़ेगी।जोगी ने बताया की स्वर्गीय योगेश साहू के परिवार के साथ मेरा रिश्ता लगभग तीन वर्ष पुराना हो चुका है। तीन साल पहले स्वर्गीय योगेश साहू ने बेरोज़गारी से हताश होकर तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के निवास के सामने आत्मदाह कर दिया था। इन तीन वर्षों में मेरी व्यक्तिगत तौर पर कोशिश रही है कि योगेश के परिवार और विशेषकर उसकी तीन बहनों को अपने भाई को खोने का अहसास न हो। रक्षा बंधन, भाई-दूज, तीज, पोला और अन्य त्यौहारों में मैंने योगेश की बहनों के साथ खुशियां बाँटी। उन्होंने भी मुझे अपनी स्वर्गीय बहन अनुशा, जो हमें १९ वर्ष पहले अचानक छोड़ के चली गई थी, की कमी महसूस नहीं होने दी और अपना बड़ा भाई मानकर, भरपूर प्यार दिया। और आज से ५ महीने पहले जब योगेश की- और अब मेरी- सबसे छोटी बहन लता की शादी की रस्में पूरी हो रही थी, तो मुझे गर्व है कि मैंने अपनी धर्मपत्नी ऋचा के साथ मिलकर फिर से एक भाई होने का कर्तव्य निभाया।

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