मुंबई. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। इस पद के लिए बृजेश पटेल का नाम आगे चल रहा था। दूसरी ओर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह को सचिव पद के लिए चुना जा सकता है। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल कोषाध्यक्ष बन सकते हैं। सोमवार बीसीसीआई के विभिन्न पदों के लिए नामांकन भरने का आखिरी दिन है, लेकिन चुनाव होने के आसार नहीं हैं। कई दिनों से जारी लॉबिंग के बाद सभी उम्मीदवार निर्विराेध चुने जा सकते हैं।
47 साल के गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष हैं। इससे पहले बृजेश को एन श्रीनिवासन के समर्थन की वजह से अध्यक्ष पद का दमदार दावेदार माना जा रहा था, लेकिन गांगुली के नाम पर सहमति के बाद उनकी दावेदारी खत्म हो गई। न्यूज एजेंसी से बोर्ड के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘हमें गांगुली के नए बीसीसीआई अध्यक्ष चुने जाने पर बेहद खुशी है।’ ऐसा माना जा रहा है कि पटेल अब आईपीएल के नए चेयरमैन बन सकते हैं।
गांगुली का कार्यकाल 10 महीने का ही होगा
गांगुली अगर अध्यक्ष बनते हैं, तो उनका कार्यकाल अगले साल 2020 तक होगा। वे 5 साल से बंगाल क्रिकेट के अध्यक्ष हैं। बोर्ड में 6 साल तक किसी पद पर रहने के बाद उन्हें कूलिंग ऑफ (आराम) दिया जाएगा। बोर्ड में कोई भी सदस्य 9 साल तक किसी पद पर रह सकता है। अपने प्रशासनिक गुरु जगमोहन डालमिया की तरह ही गांगुली इस पद की रेस में तब आए हैं, जब ऐसा लग रहा था कि अध्यक्ष पद पर कोई और पहुंचेगा।
अनुराग गुट ने गांगुली का नाम आगे किया
रविवार को मुंबई में बीसीसीआई के सभी सदस्यों की अनौपचारिक बैठक में गांगुली को लेकर जद्दोजहद वाली स्थिति रही। उनके नाम पर सहमति से पहले कई सदस्यों ने आपत्ति जताई। इस फैसले को लेकर बोर्ड के सदस्य दो गुट बंटे थे। इनमें एक अनुराग ठाकुर और दूसरा एन श्रीनिवासन का गुट था। श्रीनिवासन गुट बृजेश को अध्यक्ष बनाना चाह रहा था, लेकिन अंत में अनुराग गुट के उम्मीदवार के नाम पर ही सहमति बनी।