रायगढ़ में सनसनी फैला देने वाले जिंदल ठेकेदार की जघन्य हत्याकांड का खुलासा महज 60 घंटों के अंदर रायगढ़ पुलिस ने कर दिया। शनिवार की तड़के सुबह जिंदल खरसिया रोड में मानसरोवर तालाब के समीप लेबर सप्लायर संदीप सिंह उम्र 45 वर्ष की लाश मिली थी तीन टुकड़ों में कटी हुई थी। पुलिस अधीक्षक रायगढ़ द्वारा एडिशनल एसपी एवं सीएसपी रायगढ़ के सुपरविजन में पांच अलग-अलग टीमें बनाई गई थी जिसमें निरीक्षक रूपक शर्मा, एसएन सिंह, युवराज तिवारी, अमित सिंह, अंजना केरकेट्टा शामिल थे। सभी टीमों को अलग-अलग काम सौंपा गया था।
पांचों टीमें पर मृतक के व्यापारिक प्रतिस्पर्धा अवैध संबंध पारिवारिक या पैतृक झगड़े वर्तमान में मृतक के साथ आसपास के लोगों का बात व्यवहार और लाश के शेष भाग का पता लगाना इस तरह के कई पहलुओं पर जांच का जिम्मा था। वहीं दूसरी तरफ साइबर सेल की टीम द्वारा अपने उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से घटना का सीसीटीवी फुटेज एवं उससे जुड़ी हुई सभी व्यक्तिगत जानकारियों के कॉल रिकॉर्ड का लगातार विश्लेषण किया जा रहा था।
घटना के संबंध में धारा 302 और 201 की तहत मामला दर्ज किया गया था। इसमें पुलिस के लिए सबसे पहली मुश्किल यह थी कि लाश के बाकी हिस्सों का पता लगाना ! पुलिस के लगातार सक्रियता से जांच में पता चला कि संदीप सिंह का पतरापाली किरोड़ीमल में रहने वाले शंकर कुमार पासवान के साथ मिलना जुलना था। शंकर कुमार पासवान जो संदीप के नीचे जेएसपीएल में लेबर का काम करता था।
पुलिस को पक्की खबर मिली कि घटना की रात शंकर कुमार पासवान को पतरापाली में घूमते हुए देखा गया था। संदेह के आधार पर पुलिस टीम द्वारा शंकर कुमार को हिरासत में लिया गया और उससे कड़ाई से पूछताछ की गई जिसमें उसने इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा किया।
पूछताछ में आरोपी शंकर ने बताया कि मृतक संदीप सिंह काफी दिनों से शंकर कुमार पासवान के साथ लैंगिक संबंध बनाता था। संदीप सिंह के अंदर काम करने के कारण आरोपी शंकरदबाव में था। वह उसकी नाजायज जरूरतों को पूरी भी कर रहा था। इस कारण से वह काफी परेशान भी था।
18 अक्टूबर की रात करीब 9:30 बजे तक संदीप सिंह शंकर पासवान के घर पतरापाली आया। शंकर पूर्व नियोजित तरीके से उसके घर पर संदीप सिंह के ऊपर चाकू से वार कर घायल कर दिया। संदीप के बेहोश होने पर उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और आरी से लाश के धड़, पैर और सिर को काट कर अलग अलग हिस्सों में अपनी साइकिल में रखकर ठिकाने लगाने के लिए चल पड़ा।
अपनी साइकिल में रखे शव के अवशेष को धड़के हिस्से को मानसरोवर में पैर को मानसरोवर के आगे तथा सिर के भाग को मानसरोवर के आगे चिराईपानी रोड में एक पानी की टंकी के अंदर डाल दिया था। आरोपी के अपराध कबूलनामे के बाद उसके मेमोरेंडम के आधार पर हत्या में प्रयुक्त आरी साइकल और शरीर के शेष भागों को जप्त कर लिया गया है शंकर कुमार उम्र 28 वर्ष पतरापाली किरोड़ीमल मूलनिवासी पलामू झारखंड का है।